महंगे पेट्रोल-डीज़ल से मिलेगा छुटकारा! जल्द आपकी कार फ्लैक्स फ्यूल चलेगी, जानिए कैसे और क्या है सरकार की तैयारी
फ्लैक्स फ्यूल इंजन के इस्तेमाल होने के बाद पेट्रोल और डीजल का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी।
अब देश में गाड़ियों में फ्लैक्स फ्यूल इंजन लगाए जाने की योजना तैयार की जा रही है। इस इंजन के इस्तेमाल होने के बाद पेट्रोल और डीजल का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे प्रदूषण को कम करने में मदद मिलेगी। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि अगले तीन से चार महीनों में एक आदेश जारी करेंगे, जिसके तहत कार बनाने वाली कंपनियों के लिए वाहनों में फ्लैक्स फ्यूल इंजनों को शामिल करना अनिवार्य हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि उनके जीवनकाल में देश को पेट्रोल और डीजल के इस्तेमाल से छुटकारा मिल जाए और वाहनों में स्थानीय तौर पर बनाए गए इथेनॉल का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
* क्या है फ्लैक्स फ्यूल्स इंजन ?
फ्लैक्स फ्यूल या फ्लैक्सिबल फ्यूल एक वैकल्पिक ईंधन है, जिले गैसोलीन और मिथेनॉल या इथेनॉल के मेल से बनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि उनकी एक इच्छा है। वे चाहते हैं कि उनके जीवनकाल में देश में पेट्रोल और डीजल का इस्तेमाल बंद हो जाए और हमारे किसान इसके विकल्प के तौर पर इथेनॉल दे सकते हैं
नितिन गडकरी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे में तीन इथेननॉल पंपों का उद्घाटन किया था।उन्होंने कहा कि वे अजीत पवार से कहने चाहते हैं कि वे पुणे के साथ पश्चिम महाराष्ट्र के जिलों में भी एक से ज्यादा इथेनॉल पंपों को स्थापित करने का काम लें।
उन्होंने कहा कि इससे किसानों और चीनी उद्योग को मदद मिलेगी। गडकरी ने कहा कि पुणे शहर काफी भीड़भाड़ वाली जगह बन गया है और इसे कम करने की जरूरत है।
उन्होंने आगे कहा कि वे अजीत पवार ले पुणे शहर को हवा, जल और ध्वनि प्रदूषण से मुक्त बनाने की अपील करना चाहते हैं।
उन्होंने बताया कि वे पुणे-बेंगलुरू राजमार्ग पर एक्सप्रेस वे का निर्माण करना चाहते हैं। वे सड़क के दोनों तरफों की जमीन को खरदीना और एक नए पुणे शहर को बनाना चाहते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि वे इसे मेट्रो रेल और ट्रेनों से जोड़ेंगे। गडकरी ने कहा कि भीड़भाड़, ट्रैफिक की समस्या और प्रदूषण से छुटकारा पाने के लिए विकेंद्रीकरण जरूरी है।
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